यमुना एक्सप्रेस-वे आख़िर सच हुआ बहन जी का सपना
Posted by MKB on August 10th, 2012
जी हाँ 2003 मे बहन मायावती जी ने यमुना एक्सप्रेस-वे का सपना देखा था और उसको साकार करने मे बाहौत लंबा समय लग गया तमाम अदालती अड़चनो और विरोध के बाद भी बहन जी ने अपना सपना सच किया मगर आज भारत का लक्वा ग्रस्त मीडिया एक भी बार यह ज़िक्र नही कर रहा की आख़िर इस यमुना एक्सप्रेस-वे की नीव किसने डाली|
यों आगरा तक अलग-अलग वाहनों के लिए अलग-अलग टोल टैक्स तय किया गया है, पर बाइक वालों को 150 और कार वालों को 320 रुपए टोल टैक्स देना पड़ेगा। इस एक्सप्रेस-वे पर अगर कोई बड़ी घटना होती है तो हेलिकॉप्टर से भी पीड़ितों को अस्पताल ले जाया जाएगा। हेलिकॉप्टर सीधा एक्सप्रेस-वे पर ही उतरेगा और उसके बाद घायलों को निशुल्क अस्पताल पहुंचा दिया जाएगा।
15 अगस्त तक ‘फ्री राइड’
15 अगस्त तक सबको ‘फ्री राइड’ की सुविधा दी गई है। यानी एक सप्ताह यमुना एक्सप्रेस वे में चलने पर किसी भी गाड़ी में कोई शुल्क नहीं लगेगा। जेपी ग्रुप के डिप्टी चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा कि जन्माष्टमी, रमजान और 15 अगस्त को देखते हुए 6 दिन तक लोगों को एक्सप्रेसवे पर मुफ्त आने-जाने की सुविधा दी जा रही है।
इन शहरों को भी करेगा कनेक्ट
यमुना एक्सप्रेस-वे से कानपुर, इलाहाबाद, जयपुर, मुंबई या ग्वालियर तक का सफर भी कर सकते हैं। आगरा में यमुना एक्सप्रेस-वे एनएच-2 से कनेक्ट कर रहा है। एनएच-2 से इटावा, कानपुर और इलाहाबाद आसानी से पहुंचा जा सकेगा। इस तरह ग्रेटर नोएडा से यमुना एक्सप्रेस वे से होकर कानपुर लगभग 6 घंटे में पहुंच जाएंगे। अभी तक जीटी रोड से होकर कानपुर पहुंचने में लगभग 10 घंटे से अधिक समय लगता है।
पर्यटन के लिए यमुना एक्सप्रेस वे बेहद महत्वपूर्ण होगा। अगर आप दिल्ली से घूमने और कुछ ऐतिहासिक स्मारक देखना चाहते हैं तो यमुना एक्सप्रेस-वे से आगरा जा सकते हैं। कानपुर में बिठूर आदि देखा जा सकता है। ग्वालियर भी जा सकते हैं और एनएच-11 पर निकल गए तो जयपुर, उदयपुर, अजमेर, जोधपुर, अलवर जैसे ऐतिहासिक शहरों में घूमा जा सकता है। पौराणिक महत्व के मथुरा, वृंदावन जाने के लिए भी यह बेहद महत्वपूर्ण है।
टोल प्लाजा पर सात लेन बाइक, कार के छह लेन, हैवी वीकल के लिए तीन लेन बनाई गई हैं। साथ ही टैग के लिए सात नंबर लेन निर्धारित की गई है।
एक्सप्रेस-वे की खासियत
यमुना एक्सप्रेस वे से आगरा जाने में आपको शानदार अनुभव होगा। यह कंक्रीट से बनाई गई है और इतनी मजबूत है कि अगले 50 सालों तक इसकी मरम्मत की जरूरत नहीं होगी। दुर्घटना होने पर सहायता के लिए फ्री नंबर 18001027777 जारी किया हैं। हर दो किलोमीटर की दूरी पर एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर ऑटोमेटिक टेलिफोन बूथ लगे हैं। इस पर कोई भी नंबर मिलाने की जरूरत नहीं है। इसमें एक बटन दिया हुआ है, जिसे दबाने पर एक इंडिकेटर जलता है और स्पीकर से कंप्यूटराइज आवाज आती है। उसके बाद कॉल करने वाले की बात कॉल सेंटर में कराई जाएगी। कॉल सेंटर में यह पता चल जाएगा कि कौन से बूथ से कॉल की गई है। मदद उसी बूथ पर भेजी जाएगी।
टोल फ्री नंबर और इन्हीं बूथों की मदद से गाड़ी खराब होने पर मिस्त्री, पंचर ठीक करने वाला, ऐम्बुलेंस व फर्स्टएड और मोबाइल पेट्रोल वाहन से फ्यूल मिलेगा। कोई भी हादसा होने पर क्रेन, ऐम्बुलेंस आदि की मदद एक कॉल पर मिलेगी।
नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे पर बढ़ेगा बोझ: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अफसरों का कहना है कि यमुना एक्सप्रेस-वे चालू होने के बाद 23 किमी लंबे नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे पर 1 लाख 20 हजार वाहनों का बोझ बढ़ेगा। अभी यहां से हर रोज करीब 40 हजार वाहन गुजरते हैं और इसका इस्तेमाल सिर्फ वे लोग करते हैं जिन्हें दिल्ली, नोएडा और हरियाणा की ओर से शहर में आना होता है या ग्रेनो से इन शहरों में जाना होता है। फिलहाल यह सुबह और शाम के वक्त ही बिजी रहता है, लेकिन अब यमुना एक्सप्रेस-वे से गुजरने वाले सभी लोग नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल करेंगे।
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