हमने अपने महापुरषों का साहित्य पढ़ा लेकिन वो ज्ञान व्यर्थ गया क्योंकि संविधान लागु होने के 64 वर्ष बाद भी मनु द्वारा दी गई उप-जाती पर हमें इतना प्यार और घमंड है की हम भारी से भारी नुक्सान उठाने को तैयार है ////BAHUJAN BANO........JAI BHIM
हमने अपने महापुरषों का साहित्य पढ़ा लेकिन वो ज्ञान व्यर्थ गया क्योंकि संविधान लागु होने के 64 वर्ष बाद भी मनु द्वारा दी गई उप-जाती पर हमें इतना प्यार और घमंड है की हम भारी से भारी नुक्सान उठाने को तैयार है ////BAHUJAN BANO........JAI BHIM
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