SUKH PAL DHINGAN

ok

Monday, July 2, 2012

लक्श से भटका आरक्षण .....Ummed Shankar Meena


लक्श से भटका आरक्षण ...............................................
मेरे दोस्तों आरक्षण लक्ष से नही भटका हे , भटकाया क्या हे , वोट बैंक की राजनीती के तहत , or सरकार की इच्छा शक्तिके तहत कोग्र्स सरकार अछि तरह जानती हे , की देश की सता में अगर हजारो साल शासन करना हे तो आरक्षण को डाल बना कर आम जनता को घुराहा करते रहो , जिसे हमारी सता देश में लम्बे समय तक बरकरार रह सके , अगर आरक्षित जातियों का विकाश सरकार ने इच्छा शक्ति से कर दिया तो वोट बैंक हाथ से नील जायेगा , और यही कारण रहा हे की आज तक देश में तमाम आरक्षित जातियों का विकाश १ या २ प्रतिशत से ज्यादा नही हो सका ,
१. क्यों की बिर्टिश सरकार का मानना था की अगर भारत पर हजारो साल शासन करना हे तो सब से पहले इस देश की शिक्षा पदति और देश की शंस्क्र्ती बदल डालो और वाही काम किया कोग्र्स सरकार ने आज देश में शिक्षा वेवस्था को दिन प्रति दिन नीजी कारण कर आम जनता को लुटने के लिए हजारो कॉन्वेंट इस्कूल खोल दिए और सरकारी इस्कुलो में सिक्षा का इस्थर गिरा दिया
जिसे देश का गीरब आदमी का बच्चा शिक्षा से वंचित हो जाये और नाम मात्र का साक्षर हो जाये ,
दूसरी और बच्छो की शिक्षा का इस्थर गिराया जा रहा हे और और अध्यापको को भर्ती प्रकिरिया को आई ए एस लेवल की की जा रही हे और दिन प्रति दिन केट , सेट , नेट , और पेट , तरीके की चार चार परीक्षा की जा रही हे की देश की आम जनता को बैखुप बनाया जा सके की हम तो अध्यपको की भर्ती कर रहे हे लेकिन बच्चे ने इतनी परीक्षा पास नही कर रही हे
३. इस प्रकार देश की आजादी के बाद से आज तक आरक्षित जातियों को लोलिफो आरक्षण का देकर ठगा गा रहा हे , आम जनता तो शोचति हे की आरक्षण का मतलब बिना पड़े लिखे आमदी को देश का राष्टपति और प्रधान मंत्री बनाना हे और जिले का जिला आदिकारी बना हे
४. आज देश में दिन प्रति दिन आरक्षण के नाम पर आन्दोलन होने लगे हे लेकिन मेरे भाइयो एक बार सरकार के पूछो और आरक्षित जातियों के पूछा की देश की आजादी के ६४ साल बाद आप आरक्षण से देश के डाल मिया और टाटा और बिडला और अम्बानी क्यों नही बने
आरक्षण के नाम पर आज देश में आरक्षित दलित और आदिवाशी समुदाय की खनन सम्पदा को लूटकर सरकार और सरकार में बैठे सता अदिकारी और कोर्पोर्ट सेक्टर दिन प्रति दिन अमिर होता जा रहा हे और आदिवाशी आज भी भूखे पेट मर रहा हे और और सरकार सोची समझी चल के तहत नक्स्ल्वधि और मोवास्दी बना कर मार रही हे

No comments:

Post a Comment