SUKH PAL DHINGAN

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Tuesday, December 6, 2011

Tarsem Singh Bains@ ‎" मैंने जो कुछ भी कीया है, वह बहुत मुसीबतों, दुखों और अनगिनत विरोधियों का मुकाबला करते हुए कीया है / यह कारवां आज जिस जगह पर है , मैं यहाँ इस को बहुत मुसीबतें झेल कर लाया हूँ / तुम्हारा सभी का यह फर्ज है कि यह कारवां हमेशा आगे ही बढ़ता रहे , चाहे कितनी भी रुकाबटें क्यों ना हों / यदि मेरे अनुयाई इस कारवां को आगे ले जाने में असमर्थ हों तो , वह इस को यहीं पर रहने दें और किसी भी हालत में इस को पीछे ना जाने दें / …… मेरा , मेरे लोगों को यही सँदेश है / " .............. डॉ. बी. आर. आंबेडकर

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