राष्ट्रपति को अभी राजीव गांधी हत्याकांड के तीन अभियुक्तों के अलावा अफज़ल गुरू और देवेंद्र सिंह भुल्लर की क्षमा याचिका पर निर्णय लेना है। पहले इन सब पर फैसला हो जाए, फिर सबसे आख़िर में रावण का नम्बर आएगा।
वहीं मामले की कानूनी बारिकियों को समझने के लिए जब हमने संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से बात की तो उनका साफ कहना था कि औसतन इन क्षमा याचिकाओं पर फैसला आने में जितना वक्त लगता है अगर उसे आधार बनाया जाए तो बहुत संभव है कि अगले पंद्रह से बीस साल तक हम दशहरा न मना पाएं।
बकौल श्री कश्यप, “अब जब तक रावण का वध नहीं होगा तो राम जी अयोध्या कैसे जाएंगे और राम जी जब अयोध्या ही नहीं जाएंगे तो फिर बहुत संभव है कि हमें अगली दीवाली के लिए अभी लंबा इंतज़ार करना पड़े।
वहीं मामले की कानूनी बारिकियों को समझने के लिए जब हमने संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से बात की तो उनका साफ कहना था कि औसतन इन क्षमा याचिकाओं पर फैसला आने में जितना वक्त लगता है अगर उसे आधार बनाया जाए तो बहुत संभव है कि अगले पंद्रह से बीस साल तक हम दशहरा न मना पाएं।
बकौल श्री कश्यप, “अब जब तक रावण का वध नहीं होगा तो राम जी अयोध्या कैसे जाएंगे और राम जी जब अयोध्या ही नहीं जाएंगे तो फिर बहुत संभव है कि हमें अगली दीवाली के लिए अभी लंबा इंतज़ार करना पड़े।
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