SUKH PAL DHINGAN

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Monday, February 25, 2013


Shri Kant " अभी से अपने बच्चों को पढाओ, कहते हो पैसा नहीं है ? तो खाना खाने की, थाली बेच डालो, हाथ पर रोटी रख कर खाओ // अपनी पत्नी के लिए, कम कीमत की साड़ी खरीदो, सम्बन्धी की खातिरदारी, मत करो / ........... लेकिन, अपने बच्चों को पाठशाला में डाले बिना मत रहो / " ............. राष्ट्रसंत गाडगे महाराज ( With courtesy from Tarsem Singh Bains ji )

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