हमारी कोम के दील दीमाक और खून में महा ऋषी वाल्मीकी जी घुश चुके हैं इस वजह से सदस्य बार -बार जय बाल्मीकी पोस्ट करते हैं///सचीन बाल्मीकी जी बार बार महा ऋषी वाल्मीकी जी फोटो पोस्ट करते हैं /// शानू जी नाराज हो जाती हैं /////१ लाख बाल्मीकी पंचकुइया न्यू दील्ली में 1940 से रहते थे///उनको महा ऋषी वाल्मीकी जी के चुंगल से नीकाल कर अम्बेडकरवादी बनाने के लीये एस पी राय ओफीसर, वकील वीजय और वीशव प्रशीद लेखक भगवान् दास (कीताब "में भंगी हूँ " के लेखक) २० साल ख़राब कीये और नीराश होकर चले गए ////उनके जाने के बाद १ लाख बाल्मीकी पंचकुइया वालों को मेने समझाया ३० साल तक फ़ीर मेने भी हार मान ली ///मेरा तजुर्बा ये है की अब ये कोम महा ऋषी वाल्मीकी जी को नहीं छोड़ेगी////आगे भी लोग समझाने आयेंगे और नीराश होकार लौट जायेंगे////बाबा साहेब आंबेडकर और महा ऋषी वाल्मीकी जी दोनों को एक साथ मान ने से कोई लाभ नहीं होगा //// नीर्न्य आप को लेना है की बाबा साहेब आंबेडकर और महा ऋषी वाल्मीकी जी में से कीस को छोड़ना ///
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