SUKH PAL DHINGAN

ok

Sunday, December 25, 2011

मनुस्मिरिती दहन के दिन  कट्टर हिन्दू ब्राहमणों  ने बहुत कोशिश की और कई अड़चन भी डाली  (१) डॉ आंबेडकर को  सभा के लिए जगह ही न दी जाये ताकि मनुस्मिरिती न जला पायें  (२) हिन्दू ब्राह्मणों ने इस सभा में शामिल लोगों को अपनी दूकान से खाने-पीने का  सामान भी नहीं बेचा ///लेकिन एक सज्जन मुस्लिम भाई फ्हत्ते खान ने अपनी खुद की जगह मनुस्मिरिती दहन के लिए दी थी ///खाने पीने का सामान हमारे भाइयों ने दूर से ख़रीदा था///

No comments:

Post a Comment